नए कलेवर में 30 अक्टूबर से नजर आएगी पुष्पक एक्सप्रेस, बढ़ेगी रफ्तार
-एसी इकोनॉमी बोगी वाली लखनऊ की पहली ट्रेन होगी पुष्पक एक्सप्रेस
-पुष्पक एक्सप्रेस में 30 अक्टूबर से मुम्बई से और एक नवम्बर से लखनऊ से नए एलएचबी कोच लगेंगे
-160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चल सकेगी पुष्पक एक्सप्रेस
-रेलवे बोर्ड ने पुष्पक एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगाने के प्रस्ताव को दी मंजूरी
लखनऊ (हि.स.)। लखनऊ से मुम्बई के बीच चलने वाली पुष्पक एक्सप्रेस अब नए कलेवर में नजर आएगी। इस ट्रेन में 30 अक्टूबर से मुम्बई और एक नवम्बर से लखनऊ से नए एलएचबी कोच लगाए जाएंगे। इससे ट्रेन की रफ्तार बढ़ने के साथ यात्रियों का सफर अधिक सुरक्षित हो जाएगा।
रेलवे बोर्ड ने लखनऊ से मुम्बई के बीच अप-डाउन में चलने वाली पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन के परंपरागत बोगियों को लिंक हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोचों में बदलने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। 30 अक्टूबर से लिंक हॉफमैन बुश कोचों से लैस होकर पुष्पक एक्सप्रेस नए कलेवर में मुम्बई से और एक नवम्बर से लखनऊ जंक्शन से रवाना होगी। इससे ट्रेन की रफ्तार बढ़ने के साथ यात्रियों का सफर अधिक सुरक्षित एवं आरामदायक हो जाएगा।
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की डीआरएम डॉ. मोनिका अग्निहोत्री ने कई बार रेलवे बोर्ड को पुष्पक एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगाने का प्रस्ताव भेजा था। उनके प्रयासों के चलते रेलवे बोर्ड ने पुष्पक एक्सप्रेस के लिए एलएचबी रैक आवंटित कर दिया है।
पुष्पक एक्सप्रेस एसी इकोनॉमी बोगी वाली लखनऊ की पहली ट्रेन
लखनऊ से मुम्बई के बीच चलने वाली पुष्पक एक्सप्रेस में पहली बार 83 सीटों वाली एसी इकोनॉमी बोगी लगेगी। पुष्पक एक्सप्रेस इकोनॉमी बोगी वाली लखनऊ की पहली ट्रेन हो जाएगी। रेलवे इस ट्रेन में एसी इकोनॉमी क्लास की दो बोगियां लगाएगा।
पुष्पक एक्सप्रेस में लगेंगी 18 बोगियां
लखनऊ से मुंम्बई के बीच चलने वाली पुष्पक एक्सप्रेस में 30 अक्टूबर से सेकेंड सीटिंग क्लास की दो, स्लीपर की पांच, एसी थर्ड की चार, एसी इकोनॉमी क्लास की दो, एसी सेकेंड की एक, एसी फर्स्ट की एक, पेंट्रीकार की एक और लगेज यान के दो कोच सहित करीब 18 बोगियां लगाई जाएंगी। फिलहाल अभी इस ट्रेन में परंपरागत कोच लगे हुए हैं।
एलएचबी कोच होते हैं अधिक सुरक्षित और आरामदायक
एलएचबी कोच स्टेनलेस स्टील से बने होते हैं जो वजन में हल्के होते हैं। इसे खींचने के लिए कम बिजली खपत होती है। एलएचबी कोच यात्रियों के लिए अधिक सुरक्षित और आरामदायक होते हैं। दुर्घटना के समय बोगियां एक के ऊपर एक नहीं चढ़ती हैं। ट्रेन के पलटने का खतरा भी कम होता है।
पुष्पक एक्सप्रेस लखनऊ से मुम्बई जाने वाली एक वीआइपी श्रेणी की ट्रेन है। जिसे बेहतर सर्विस के लिए आईएसओ प्रमाण पत्र भी मिल चुका है। इस ट्रेन में अभी परंपरागत कोच लगे हैं। जिनकी अधिकतम गति 110 किलोमीटर प्रति घंटा है, जबकि एलएचबी बोगियों की अधिकतम गति सीमा 160 किलोमीटर प्रति घंटा होती है।