दीक्षांत समारोह में बोले राष्ट्रपति : विश्व में समाज का गौरव बढ़ा रहीं देश की बेटियां, 2047 के भारत का लक्ष्य भी दे गए
देश की बेटियां पूरे विश्व में समाज का गौरव बढ़ा रही हैं। ओलंपिक में भी बेटियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन से मेडल जीता और पूरे देश को गौरवांवित किया। उन्हें जब भी अवसर मिला है वह बेटों से आगे निकली हैं। दीक्षांत समारोह में भी बेटियों ने सबसे ज्यादा पदक अर्जित किया है। इस परिवर्तन को स्वस्थ समाज की तरफ बढ़ते हुए कदम के रूप में देखा जाना चाहिए। यह बातें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बृहस्पतिवार को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय (बीबीएयू) के नौवें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कहीं। इस अवसर पर उन्होंने सात मेधावी छात्रों को अपने हाथों से मेडल प्रदान कर सम्मानित किया। समारोह में राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविंद, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, चांसलर प्रकाश चंद्र बरतुनिया व कुलपति प्रो. संजय सिंह मंच पर उपस्थित थे।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद नेसावित्री बाई फुले महिला छात्रावास का शिलान्यास करते हुए कहा कि मैं खुद को गौरवांवित महसूस कर रहा हूं। उन्होंने 125 वर्ष पहले बेटियों की शिक्षा के लिए क्रांतिकारी कदम उठाए। उन्होंने वर्तमान में बेटियों की उपलब्धि को बाबा साहेब केसपनों को सच होता बताया।