ट्रिपल आईटी में “बायोमेडिकल एप्लीकेशन नैनोइनफॉरमैटिक्स” कोर्स शुरू
प्रयागराज (हि.स.)। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान प्रयागराज में “बायोमेडिकल एप्लीकेशन के लिए नैनोइनफॉरमैटिक्स (एनबीए-2021)“ पर तीन दिवसीय ऑनलाइन शॉर्ट टर्म सर्टिफिकेट कोर्स शुक्रवार को शुरू हुआ। जिसका उद्घाटन संस्थान के निदेशक प्रोफेसर पी नागभूषण ने किया।
उन्होंने शोधकर्ताओं से घातक बीमारी कैंसर से निपटने में नैनो सूचना विज्ञान को एक नई चुनौती के रूप में लेने के लिए आह्वान किया। उन्होंने शोधकर्ताओं से उन अवसरों और समाधानों पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया जो नैनो सूचना विज्ञान नैनोमेडिसिन के एक महत्वपूर्ण उपक्षेत्र को प्रदान कर सकते हैं। प्रो विजयश्री तिवारी, कार्यवाहक कुलसचिव ने कहा कि नैनो इन्फार्मेटिक्स का उद्देश्य यह निर्धारित करना है कि मनुष्यों, पर्यावरण या अन्य प्रजातियों के लिए कोई विशेष नुकसान नहीं है।
प्रो. प्रीतीश भारद्वाज, समन्वयक ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य नैनो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र से प्रतिष्ठित विशेषज्ञों को लाना है, ताकि नैनो टेक्नोलॉजी के सम्बद्ध क्षेत्रों में वर्तमान प्रगति और नवाचार को प्रदर्शित किया जा सके। सूचना प्रौद्योगिकी के साथ जुड़ने के कारण नैनो तकनीक बहुत महत्वपूर्ण हो गयी है।
मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी डॉ पंकज मिश्र ने बताया कि पहले सत्र में डॉ. पी. गोपीनाथ, आईटी रुड़की ने नैनोबायोटेक्नोलॉजी का परिचय से शुरुआत की जबकि प्रो. कृष्ण मिश्रा ने कैंसर का पता लगाने, निदान और चिकित्सा में नैनो तकनीक पर विषय पर चर्चा की। डॉ. सत्यप्रिय भंडारी ने बायोमेडिकल अनुप्रयोगों के लिए क्वांटम डॉट्स के ल्यूमिनेसेंस पर बात की जबकि अनिल शर्मा ने नैनो मटेरियल सिमुलेशन सॉफ्टवेयर पर बात की। डॉ अमरेश कुमार साहू और डॉ सिंटू कुमार सामंत ने संचालन किया।