जौनपुर में ताजिया दफन कराने को लेकर शिया समुदाय और पुलिस में झड़प
300 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
जौनपुर(एजेंसी)। नगर कोतवाली क्षेत्र स्थित बेगमगंज में सोमवार को लॉकडाउन में ताजिया जुलूस निकालने को लेकर पुलिस और शिया समुदाय के लोगों में झड़प हो गई। जुलूस रोके जाने के विरोध में महिलाएं सड़क पर बैठक कर मातम करने लगीं। ताजिया दफनाने के बाद मामला शांत हुआ। पुलिस ने तीन सौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
लॉकडाउन में ताजिया का जुलूस निकालने को लेकर उप्र में प्रतिबंध लगा है। इसके बाद भी कुछ लोगों ने घरों में स्थापित ताजिया का जुलूस निकाला। सोमवार को शिया समुदाय के लोग शहर के बेगमगंज स्थित सदर इमामबाड़ा में ताजिया को दफन करने जा रहे थे।
ताजिया दफनाने जा रहे लोगों को पुलिस ने लॉकडाउन का हवाला देकर रोक लिया। इससे शिया समुदाय के लोग भड़क गए। पुलिस और शिया समुदाय में जमकर झड़प हुई। इसके बाद समुदाय की महिलाएं सड़क पर ही बैठकर मातम करने लगीं। समुदाय के लोगों ने पुलिस पर ताजिया फाड़ने का आरोप लगाया। पुलिस ने ताजिया फाड़ने की बात से इनकार किया है। मामले की जानकारी होते ही जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार, सीओ सिटी अंकित कुमार, शहर कोतवाल भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। किसी तरह से मौलाना व अन्य से बातचीत करते हुए लोगों को शांत कराया गया और प्रशासन एक कदम पीछे हटते हुए एक—एक कर इमामबाड़ा में लोगों को ताजिया दफन करने की अनुमति दी। सोमवार देर शाम पुलिस ने 300 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि शासन की जारी गाइडलाइन के अनुसार ताजियों को दफन करने से रोका गया था लेकिन कुछ लोगों ने जानबूझकर इस तरह घटना कारित किया है। उनके खिलाफ चिन्हित करके कार्रवाई की जा रही है। इस संबंध में समुदाय विशेष वर्ग के संभ्रांत लोगों व मुतवल्लीओ के साथ पूर्व में भी बैठक की गई थी और लोगों ने शांति व्यवस्था बनाए रखने का भी आश्वासन दिया था। मामला दर्ज किया गया है। आगे विधिक कार्यवाही की जायेगी। अभी माहौल शांत है। जिले में शांति व्यवस्था है।