गौतमबुद्ध नगर: कोरोना काल में सौ से अधिक छोटे बड़े उद्योग हुए बंद
नोएडा (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की औद्योगिक शहर नोएडा को प्रदेश का शो विंडो भी कहा जाता है। इसके विकास के लिए देश के साथ साथ एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट जेवर में बनने जा रहा है। इसके अलावा यहां पर टॉय सिटी और फिल्म सिटी भी बनने जा रहा है। जो कि नोएडा (गौतमबुद्ध नगर) के साथ साथ पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को लाभ पहुंचाने वाला है। कोरोना (कोविड 19) काल ने नोएडा के उद्योग को भारी नुकसान पहुंचाया है। बहुत से उद्योग बंद हो गए वहीं बहुतों ने अपना बिजली का लोड कम करवा दिया। इससे साफ पता चलता है कि लॉकडाउन के दौरान नोएडा में उद्योग पर भारी असर पड़ा है। इसकी जानकारी बिजली विभाग से मिल रही है। बिजली विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार लॉकडाउन में 100 फैक्टरी संचालकों ने कनेक्शन कटवाए और डेढ़ सौ से ज्यादा फैक्टरी संचालकों ने काम कम होने के कारण लोड कम करवाया है। नोएडा विद्युत विभाग के मुख्य अभियन्ता (चीफ इंजीनियर) वी.एन सिंह ने सोमवार को जानकारी दी कि नोएडा में विद्युत निगम के छोटे-बड़े मिलाकर करीब 11 हजार कनेक्शन है। ऐसे में कनेक्शन कटवाने और लोड कम होने से विद्युत विभाग को राजस्व की हानि हो रही है। नोएडा में बड़े उद्योगों की संख्या 14-35 हैं वहीं छोटी उद्योग की संख्या 86-115 है। इस तरह कुल 100-150 उद्योग है। विद्युत विभाग के वर्ष 2012-13 से आंकड़ों के अनुसार शहर में 8200 फैक्टरी के कनेक्शन अभी चल रहे हैं जबकि 2800 कनेक्शन बंद हो चुके हैं, जिसमें 100 से अधिक केवल कोरोना काल में बंद हुए हैं। 150 से अधिक उद्योग के लोड कम किए गए हैं। सिंह ने कहा कि इस से विद्युत विभाग को नुकसान काफी उठाना पड़ा है। पूरे लॉकडाउन में नोएडा के मॉल, होटल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और अन्य वाणिज्यिक गतिविधियां बंद थी जिससे 80 करोड़ के आसपास विद्युत विभाग को नुकसान उठाना पड़ा है।