कोरोना संक्रमित कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान की हालत बिगड़ी, गुरुग्राम के मेदांता में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर

लखनऊ। पूर्व भारतीय क्रिकेटर व प्रदेश सरकार के सैनिक कल्याण, होमगार्ड्स, प्रान्तीय रक्षक दल व नागरिक सुरक्षा मंत्री चेतन चौहान की कोरोना संक्रमित होने के बाद अब हालात बेहद गम्भीर हो गई है। उनका इलाज यहां  संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में चल रहा था। 

इससे पहले कि वह कोरोना से ठीक होते उन्‍हें किडनी और ब्‍लड प्रेशर की समस्‍याएं शुरू हो गई। इसके बाद उन्‍हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। हालत में सुधार नहीं होने पर उन्हें एसजीपीजीआई से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट किया गया है, जहां पर उनको लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।
चेतन चौहान को बीती 11 जुलाई को कोरोना संक्रमण के कारण एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। चिकित्सक उनकी देखरेख कर रहे थे। इसके बाद उन्हें किडनी और ब्लड प्रेशर की समस्या शुरू होने पर वेंटिलेटर पर रखा गया। 
72 वर्षीय चेतन क्रिकेट से सन्यास लेकर राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। वह अमरोहा से दो बार लोकसभा सदस्य भी रह चुके हैं और अमरोहा की नौगांवा विधानसभा के विधायक हैं। 
चौहान से पहले प्रदेश सरकार के कई मंत्री कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। प्रदेश के विधायी, न्याय एवं ग्रामीण अभियन्त्रण सेवा मंत्री ब्रजेश पाठक को भी बीते दिनों सांस लेने में तकलीफ होने पर एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया। 
इसके अलावा जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। उनको भी एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया। वहीं कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप उर्फ मोती सिंह, होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, श्रम निर्माण एवं परामर्शदात्री समिति के अध्यक्ष ठाकुर रघुराज सिंह, आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी, युवा कल्याण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी संक्रमित हो चुके हैं। 
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की रिपोर्ट भी पिछले दिनों पॉजिटिव आई थी। इनमें कई कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके हैं। वहीं कोरोना संक्रमित प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण का निधन हो चुका है।

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