कोरोना जांच निगेटिव आने पर ही बंदियों को जेल में मिलेगा प्रवेश

मीरजापुर। बंदियों का प्रवेश जेल में तभी होगा जब उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ जाएगी। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से चुनार में एक अस्थायी जेल बनाया गया है। जहां बंदियों को एक सप्ताह तक रखकर उनका कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही उन्हें जेल के अंदर रखा जाएगा। पॉजिटिव रिपोर्ट आ गई तो उसे पुलिस सुरक्षा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना मरीजों के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में भेजा जाएगा। 
प्रदेश के कुछ जेलों में कोरोना बंदियों के दाखिल होने पर जेल के अंदर बंद चल रहे अन्य बंदियों के प्रभावित होने की खबर आ रही है। इसको देखते हुए जेल प्रशासन ने अब बंदियों को रखाना बंद कर दिया है। जेल प्रशासन की ओर से चुनार में एक अस्थाई जेल बनाया गया है। जहां पर कोर्ट द्वारा आरोपितों को जेल भेजने का आदेश दिए जाने के बाद उनको अस्थाई जेल में रखा जा रहा है। वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा बंदियों का सैंपल लेकर जांच के लिए बीएचयू भेजा जा रहा है। तीन दिनों बाद उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ रही है तो उन्हें जेल में भेज दिया जा रहा है। अभी तक 30 बंदियों को कोर्ट द्वारा जेल भेजा गया है। इसमें चील्ह थाना क्षेत्र के मुजेहरा कला गांव में अपनी मां की हत्या करने वाला आरोपी समेत कुल 30 बंदी शामिल है। जेल प्रशासन का कहना है कि पुलिस किसी भी व्यक्ति को किसी मामले में गिरफ्तार कर उसे न्यायालय में पेश करती है। जहां मामला गंभीर देख कोर्ट उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज देता है। ऐसे में पुलिस उसे जेल ले आती है। लेकिन गिरफ्तार करने से लेकर कोर्ट में पेश करने तक उसका कोरोना टेस्ट नहीं कराया जाताा है। ऐसे में उसका दाखिला लेना खतरे से खाली नहीं होगा। इसको देखते हुए अस्थाई जेल बनाकर पहले उनका कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है। जब रिपेार्ट निगेटिव आ रही है तभी उन्हें अंदर लिया जा रहा है।  
जेल अधीक्षक अनिल राय ने बताया कि नए बंदियों का कोरोना टेस्ट कराने के लिए चुनार में अस्थाई जेल बनाया गया है। जहां उनको एक सप्ताह तक रखकर जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही जेल में दाखिला लिया जा रहा है।

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