कोरोना और प्रदूषण को मात देने के लिए गाजियाबाद में नवम्बर अलर्ट लागू

गाजियाबाद (हि.स.)। गाजियाबाद में कोरोना और प्रदूषण को मात देने के लिए रविवार से नवम्बर अलर्ट लागू कर दिया गया। इसमें टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ अस्पतालों में बैड बढ़ाए जा रहे हैं।जिलाधिकारी डाॅ. अजय शंकर पांडेय ने रविवार को बताया कि नवम्बर अलर्ट में कोविड-19 के संक्रमण के संबंध में आपदा आने पर बचाव के लिए एल-1 अस्पतालों में के 1100 बैड (एसआरएम में 350, आईएमएस 400 एवं दिव्य ज्योति में 350) बैड तैयार कराया जा रहा है। इसी प्रकार एल-2 के लिए संजय नगर संयुक्त चिकित्सालय में 76 बैड, ईएसआईसी साहिबाबाद में 100 बैड के अतिरिक्त निजी क्षेत्र के अस्पतालों में भी 800 बैड की व्यवस्था कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों में 43 वेंटिलेटर एवं निजी क्षेत्र के अस्पतालों में 45 वेंटिलेटरों की व्यवस्था कराई जा रही है। इसके अतिरिक्त अस्पतालों में 9 एचएफएनसी की भी व्यवस्था की गई, जो कोविड-19 के संक्रमित मरीजों को वेंटीलेटर से पूर्व दी जाती है। नवम्बर में यदि कोई संक्रमण की आपदा आती है तो उसके लिए 1000 मरीजों को दवाइयां उपलब्ध हैं। अभी तक प्रतिदिन 3100 टेस्टिंग का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिसे नवम्बर में 4000 तक बढ़ा दिया जाएगा, साथ ही विपरीत परिस्थितियां पड़ने पर टेस्टिंग को 6000 तक किया जा सकता है। इसी प्रकार और आरआरटी की 15 टीमें वर्तमान में कार्य कर रही हैं आपदा आने पर आरआरटी की 25 टीमें लगाई जा सकती हैं। सर्विसलांस में लगी टीमों को सक्रिय किया जा रहा है। सर्विसलांस में लगी टीमों की संख्या वर्तमान में 861 है, जिसे बढ़ाकर 1000 किए जाने की योजना है। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने लोगों से अपील की है कि सभी नागरिक घर से बाहर निकलने पर मास्क एवं गमछे का प्रयोग आवश्यक रूप से करें। सार्वजनिक स्थानों पर 2 गज की दूरी अपनाए। जिलाधिकारी ने बताया कि पटाखों से प्रदूषण फैल सकता है। इसके लिए जिलाधिकारी ने ग्रेप को सख्ती से लागू किए जाने के निर्देश जारी किए हैं। जनपद गाजियाबाद में एअर क्वालिटी इंडेक्स मशीन पहली बार लगाए जाने पर पिछले 4 वर्षों के अपेक्षा अक्टूबर माह में एक बार भी जनपद गाजियाबाद सेवियर केटेगरी में नहीं आया है। 

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