कश्मीर में तालिबान इफेक्ट: 60 युवाओं के गायब होने से उड़ी नींद
नई दिल्ली | अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद अब जम्मू-कश्मीर में भी चिंताएं बढ़ गई हैं। एजेंसियों का कहना है कि कम से कम 6 आतंकी समूहों ने बीते कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की है, जिनका टारगेट कुछ बड़े प्रतिष्ठान या लोग हो सकते हैं। एजेंसियों के मुताबिक ऐसे 25 से 30 आतंकी हैं, जिनकी पड़ताल एजेंसियां कर रही हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर से 60 युवाओं के गायब होने से भी सुरक्षा बलों और एजेंसियों की नींद उड़ी हुई है। ये लोग बीते कुछ महीनों में गायब हुए हैं और इन्हें लेकर आशंका जताई जा रही है कि ये किसी आतंकी संगठन या फिर तालिबान से ही जुड़ गए हैं।
सोशल मीडिया का ट्रेंड भी बढ़ा रहा है चिंता
सुरक्षा एजेंसी के एक अधिकारी ने कहा कि बीते करीब दो सप्ताह से तालिबान को बधाईयां देने वाले संदेश भी सोशल मीडिया पर देखे जा रहे हैं। यह भी चिंताएं बढ़ाने वाली बात है। जम्मू-कश्मीर में एजेंसियां कितनी सतर्क हैं, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बीते 15 दिनों करीब 10 अलर्ट जारी किए जा चुके हैं। 15 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा जमाया था। उसके बाद से ही यह माना जा रहा है कि तालिबान का समर्थन करने वाले और भारत पर निशाना साधने वाले लोग एक बार फिर से एक्टिव हो गए हैं।