कई गांवों में डायरिया, 13 फिर बीमार, पीएचसी फुल

मीरजापुर (हि.स.)। हलिया क्षेत्र के बडौहा, अहुगीकला, मड़वा धनावल, जमुहारा, रानीबारी, सोठिया कला गांव में डायरिया से 13 लोग फिर बीमार हो गए। उल्टी-दस्त शुरू होने पर परिवार के लोगों ने आनन-फानन में उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। हालांकि अब हालत सामान्य है।

हलिया के इन गांवों में कई दिन से डायरिया पांव पसार रखा है। पहाड़ी इलाका होने के नाते इन गांवों में पानी के लिए पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां के लोग कूप अथवा झरने का पानी पीने को विवश हैं। पहले भी कई लोग बीमार हुए थे। कई लोगों की तो मौत हो गई थी, लेकिन स्वास्थ्य विभाग बस कोरम पूरा करने में जुटा है और प्रशासन की भी नजर इस ओर नहीं है। कुछ दिन तक टैंकर से पानी आपूर्ति कराई गई, फिर ठप हो गई। डायरिया के मरीज इतने बढ़ गए कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हलिया में बेड की संख्या भी कम पड़ गई। इससे डायरिया मरीजों को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज भेजा गया।

बडौहां गांव निवासी रजवंती (40) पत्नी सरजू, जलेबा (60) पत्नी रामतीरथ , अंजली (09) पुत्री रामतीरथ, शिवराजी (40) पत्नी जमुना, अंशिका (07) पुत्री गोरेलाल, अनीता (30) पत्नी रामसंखा, प्रिया (03) व प्रियंका (20) पुत्री रामसंखा, कबाली (60) पत्नी भैरो, अहुगीकला निवासी मोलई का डेढ़ वर्षीय पुत्र अभिनव, सोठिया कला निवासी लालमनी की 20 वर्षीय पुत्री पूजा, जमुहारा निवासी भरथ यादव की 24 वर्षीय पुत्री सोनू, रानीबारी लालगंज निवासी अनिल की पुत्री निर्मला की शुक्रवार रात अचानक खाना खाने के बाद उल्टी-दस्त शुरु होने पर हालत बिगड़ गई थी। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. कामेश्वर तिवारी ने बताया कि डायरिया से बचाव के लिए एएनएम, आशा आदि गांवों में लोगों को जागरूक कर हरी हैं। साथ ही कूप में ब्लीचिंग पाउडर डाला जा रहा है।

सीएमओ डा. राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि डायरिया मरीजों के उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज में व्यवस्था कराई गई है। स्वास्थ्यकर्मियों की टीम निगरानी में लगी हुई है। सीएमओ ने सलाह दी कि बासी खाद्य पदार्थों का सेवन न करें और दूषित पानी पाने से बचें। पानी उबालकर पीएं।

गिरजा शंकर

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