कंगना ​रनौत के समर्थन में इंद्रेश कुमार, बोले नारी जाति का सम्मान राजनेता का कर्तव्य

कंगना ​रनौत के समर्थन में इंद्रेश कुमार, बोले नारी जाति का सम्मान राजनेता का कर्तव्य


वाराणसी। शिवसेना नेताओं और बॉलीवुड की युवा अभिनेत्री कंगना रनौत के बीच छिड़ी जुबानी जंग की आंच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तक पहुंच गई है। संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने भी कंगना रनौत का मजबूती से समर्थन किया है।
 उन्होंने दो टूक कहा कि नारी के साथ कभी अपशब्द या दुर्व्यवहार नहीं होना चाहिए। हमारे देश में अपशब्द हमेशा अमानवीय होता है। नारी जाति का सम्मान राजनेता का राजनीतिक कर्तव्य होता है। ऐसे में कंगना को अपशब्द कहने वाले राजनेता को तुरंत माफी मांगनी चाहिए। 
इंद्रेश कुमार बुधवार को वाराणसी में थे। नरहरपुरा स्थित पातालपुरी मठ में पीठाधीश्वर बालक दास से मिलने के बाद इंद्रेश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सनातन संस्कृति में नारी का सम्मान सभी नागरिकों का दायित्व है। 
​कोविड-19 वायरस नहीं, एक चीन निर्मित जैविक हथियार : इन्द्रेश कुमार
 पूर्वी लद्दाख के सीमा पर चीन से चल रहे तनातनी के सवाल पर उन्होंने कहा कि साम्राज्यवादी चीन विस्तारवाद की नीति पर चल रहा है। कोविड 19 संकट का उल्लेख कर उन्होंने कहा कि यह वायरस नहीं है, बल्कि एक जैविक हथियार (बायोलॉजिकल वेपन) है। इसे चीन ने मानवजाति में फैलाया है। चीन ने अपनी सस्ती और निम्न उत्पादों का जाल पूरे देश में फैलाकर लाखों नौजवानों को बेरोजगार किया है। लेकिन अब भारत भी इसका आक्रामक जवाब दे रहा है, चीन इसे समझ रहा है। 
इसके पूर्व मठ में इंद्रेश कुमार ने धर्माचार्यों से बातचीत कर जाति, धर्म, रंगभेद को समाप्त कर सनातन संस्कृति के संरक्षण की बात कही। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें वेद, वैदिक शिक्षा, यज्ञ को बढ़ावा देना होगा। सनातन संस्कृति के पुर्नजागरण के लिए यह आवश्यक है। मठ में उन्होंने हवन पूजन भी किया। मठ में आने पर इन्द्रेश कुमार का स्वागत पीठाधीश्वर महंत बालक दास और विशाल भारत संस्थान के अध्यक्ष डॉ राजीव श्रीवास्तव ने किया। इस दौरान महंत श्रवण दास, ईश्वर दास, रामलोचन दास, अवध बिहारी, राघव दास आदि संत भी मौजूद रहे।

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