ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में कोरोना वैक्सीन का मानव ट्रायल रहा असरदार
इंटरनेशनल डेस्क
वाशिंगटन। ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर मानव ट्रायल असरदार रहा है। इसकी घोषणा करते हुए ब्रिटेन स्थित मेडिकल जर्नल द लांसेट के प्रधान संपादक का कहना है कि यह वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित, अच्छी तरह से सहनशील और प्रतिरक्षात्मक है। बता दें कि ब्रिटिश सरकार ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षण किए जा रहे टीके की 10 करोड़ खुराक हासिल करने के लिए एस्ट्राजेनेका से समझौता किया है। कोरोना वायरस महामारी के इलाज के लिए दुनियाभर में वैक्सीन बनाने का कार्य जारी है। पूरी दुनिया को इस समय वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार है। वहीं, चिकित्सा क्षेत्र की दुनिया की सबसे प्रभावशाली पत्रिका ’द लैंसेट’ के संपादक रिचर्ड होर्टन का एक ट्वीट लोगों के बीच चर्चा का जबरदस्त विषय बन गया।
दरअसल, रविवार को रिचर्ड ने ट्वीट किया था कि कल (यानी आज सोमवार को) कोविड-19 के लिए बनाई जा रही वैक्सीन के नतीजों की घोषणा की जाएगी। इसके बाद से पूरी दुनिया की नजर इस पर टिकी हुई है। होर्टन ने ट्वीट किया, ’कल। वैक्सीन। बस कह रहा हूं।’ इस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया से लेकर दुनियाभर के देशों में चर्चा हो रही है। अगर वैक्सीन के परिणाम घोषित किए जाते हैं और यह सफल रहते हैं तो यह किसी क्रांति से कम नहीं होगा।
वर्तमान में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) दुनियाभर में 140 वैक्सीनों की निगरानी कर रहा है। इनमें से करीब दो दर्जन मानव परीक्षण के विभिन्न चरणों में पहुंच गए हैं। चाइनीज कंपनी सिनोवैक बायोटेक ब्राजील में परीक्षण के तीसरे चरण में जाने को तैयार है। वहीं, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय/एस्ट्राजेनेका यूके में प्प्/प्प्प् और दक्षिण अफ्रीका-ब्राजील में तीसरे चरण में है। वैक्सीन निर्माण में लगी अन्य कंपनियों में जर्मन कंपनी बिनोटेक फिजर के साथ मिलकर वैक्सीन विकसित करने की तैयारी में हैं। भारत में भी दो वैक्सीन मानव परीक्षण चरण में हैं।