एशिया का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के लिए एग्रीमेंट किया गया साइन
नोएडा (हि.स.)। भारत के साथ-साथ एशिया के सबसे बड़े हवाई अड्डे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के लिए ठेका हासिल करने वाली कंपनी ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड एजी के साथ बुधवार को एग्रीमेंट साइन हो गया है। यमुना एक्सप्रेस वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यीडा) के ग्रेटर नोएडा स्थित कार्यालय में स्विट्जरलैंड से आए कंपनी प्रतिनिधियों ने एग्रीमेंट पर साइन किया है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह और यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ क्रिसटॉप स्केलमन करार पर दस्तखत किए है। इसके साथ ही 2,9500 करोड़ रुपए की यह परियोजना मूर्त रूप ले चुकी है। अब बहुत जल्दी एयरपोर्ट निर्माण शुरू करने के लिए शिलान्यास करवाया जाएगा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि देश के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट से गौतमबुद्ध नगर ही नहीं पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की सूरत बदल जाएगी। एयरपोर्ट बनने के कारण यहां अगले एक दशक में करीब पांच लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा। यहां एमआरओ, कारगो और वेयर हाउसिंग हब विकसित होंगे। सैकड़ों देसी-विदेशी कंपनियों ने निवेश का खाका खींच लिया है। कोरोना महामारी के चलते ऑनलाइन प्रेस कांफ्रेंस की गई। एयरपोर्ट के नोडल अफसर शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि विकासकर्ता कंपनी द्वारा गठित एसपीवी की सिक्योरिटी क्लीयरेंस मिलने के 45 दिन के भीतर कंशेसन एग्रीमेंट होना जरूरी होता है। एसपीवी को सिक्योरिटी क्लीयरेंस बीते 18 मई को मिली थी। जिसके बाद 2 जुलाई तक एग्रीमेंट होना जरूरी था। कोरोना महामारी के चलते अंतरराष्ट्ररीय उड़ानों पर प्रतिबंध था। इसके चलते 17 अगस्त तक इसकी तिथि बढ़ाई गई थी। हालात सामान्य नहीं होने पर इसकी तिथि फिर 15 अक्टूबर तक की गई।