एक साथ कई स्वास्थ्य कार्यक्रमों को घर-घर तक पहुंचा रहीं स्वास्थ्य कार्यकर्ता

माह के पहले शनिवार को वीएचएसएनडी सत्र आयोजित, गर्भवती महिलाओं व बच्चों का हुआ टीकाकरण


आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर एक से उन्नीस वर्ष तक के बच्चों को खिलाये एल्बेण्डाजाल दवा

जानकी शरण द्विवेदी
गोण्डा। जिले की प्रथम पंक्ति की कार्यकर्ता यानि आशा, एएनएम और आंगनवाड़ी समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ और सुरक्षित रखने की अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं। कोरोना काल में भी ये कार्यकर्ता आमजन के लिए सरकार द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुँचाने में जुटी हुई हैं। वह हर दिन किसी न किसी स्वास्थ्य सेवा से लोगों को लाभान्वित करने के लिए गांवों में नियमित भ्रमण कर घर-घर दस्तक दे रही हैं। बात चाहे टीकाकरण, एचबीएनसी, हेड-काउंट सर्वे, कोविड-19 सर्वे, गृह-भ्रमण, पोषाहार वितरण की हो या वीएचएसएनडी सत्र आयोजन की।
इसी के क्रम में शनिवार को पंड़री कृपाल सीएचसी के विभिन्न उपकेंद्रों जैसे मुख्य उपकेन्द्र, दत्तनगर उपकेन्द्र के ग्राम शेखापुर तथा पंडरी कृपाल उपकेन्द्र के अंतर्गत मुरावनपुरवा में आशा, आशा संगिनी के सहयोग से एएनएम द्वारा वीएचएसएनडी सत्रों का आयोजन किया गया। इस दौरान गर्भवती माहिलाओं, धात्री माताओं एवं शून्य से पांच वर्ष के बच्चों के स्वास्थ्य एवं सेहत की जाँच की गई तथा उनका टीकाकरण कर दवा का वितरण किया गया। मुख्य केंद्र पर आयोजित सत्र में एएनएम एकता वर्मा द्वारा शून्य से दो वर्ष तक के आठ बच्चों व दो गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया। सत्र आयोजन में आशा कार्यकर्ता सुमन देवी ने सहयोग प्रदान किया। शेखापुर में एएनएम मीरा तिवारी द्वारा शून्य से दो वर्ष तक के बारह बच्चों एवं चार गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया गया। वहीं मुरावनपुरवा में एएनएम रुबीना एंड्रयूज द्वारा चार बच्चों एवं एक गर्भवती महिला का टीकाकरण किया गया।
इसके अलावा मुरावनपुरवा में ही आशा एवं आशा संगिनी के सहयोग से माता बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें भाग लेने वाली गर्भवती महिलाओं एवं धात्री माताओं को स्वस्थ और सुरक्षित रहने हेतु महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। एएनएम रुबीना एंड्रयूज ने लोगों को कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु शारीरिक दूरी, मास्क का उपयोग, समय-समय पर साबुन-पानी से हाथ धोना के साथ ही संचारी रोगों से बचाव के लिए व्यक्तिगत एवं अपने पास-पड़ोस में साफ़-सफाई रखने, जल भराव न होने देने तथा बच्चों का नियमित टीकाकरण कराने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने गर्भवती माताओं को नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच कराने की बात कही। आशा संगिनी सरिता मिश्रा ने माताओं को नवजात शिशुओं की उचित देखभाल के लिए प्रेरित किया गया द्य उन्होंने कहा कि जन्म के एक के एक घंटे के भीतर माँ का गाढ़ा-पीला दूध शिशु के लिए वरदान होता है। इसलिए हर मां अपने बच्चे को जन्म के एक घंटे के अन्दर स्तनपान जरूर करायें द्य इसके अलावा बैठक में इस दौरान मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने, गर्भवती व धात्री माताओं के टीकाकरण के साथ-साथ प्रसव हेतु अस्पताल ले जाने सहित अन्य कई महत्पूर्ण विषयों पर चर्चा की गई द्य इसके साथ ही राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान के तहत संगिनी सरिता ने आशा कार्यकर्ताओं के साथ घर-घर जाकर एक से उन्नीस वर्ष तक के बच्चों को एल्बेण्डाजाल दवा खिलाई। इस मौके पर आशा कंचन शुक्ला व अंजू श्रीवास्तव सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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