उप्र: 10 साल बाद भादों माह में हुई 120 मिमी बारिश, दो दिन बाद मिलेगी राहत

– झमाझम बारिश से शहर में हुआ जलभराव, पेड़ों के साथ गिरे जर्जर घर

कानपुर (हि.स.)। हिन्दी माह में भादों तक बारिश का समय माना जाता है लेकिन पिछले 10 वर्षों से इस माह में नाममात्र की बारिश हुई। इस वर्ष पहली बार मानसून सक्रिय हुआ और लगातार तीन दिनों से कानपुर सहित पूरे उत्तर प्रदेश में बारिश हो रही है। गुरुवार की सुबह आठ बजे से लेकर शुक्रवार की दोपहर दो बजे तक मौसम विभाग में 120 मिमी बारिश दर्ज की गई।

झमाझम बारिश और तेज हवाओं से जहां शहर में जलभराव हुआ तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में दर्जनों मकान भी गिर गये। मौसम विभाग का कहना है कि अभी दो दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रहेगा।

सावन माह में मानसून की अपेक्षित बरसात से वंचित रहे उत्तर प्रदेश के लोगों को भादों ने सराबोर कर दिया है। समूचा उत्तर प्रदेश मंगलवार की आधी रात से बादलों की आगोश में है और बराबर बारिश हो रही है। इस बारिश की सबसे बड़ी खासियत है कि सावन माह की तरह फुहारेदार झड़ी लगी हुई है। इससे जहां तापमान कम हो गया और लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली तो वहीं धरती में भी पानी रुक रहा है और वाटर लेवल बढ़ेगा।

मौसम विभाग ने पूरे उत्तर प्रदेश में अगले दो दिन तक ऐसा ही मौसम रहने का अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार अभी दो दिनों तक सक्रिय चक्रवात से बारिश के आसार ऐसे ही बने रहेंगे। वहीं प्रशासन ने इस दौरान लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने व पुराने मकान मकानों में रह रहे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। आज भी दिनभर बारिश का सिलसिला जारी रहा और आगामी दो दिनों तक बारिश होती रहेगी। इस तरह की हो रही बराबर बारिश से शहर के कई इलाकों में भीषण जलभराव हो गया तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों कच्चे और जर्जर भवन गिर गयें।

धान की फसल का बढ़ेगा उत्पादन

एक दशक बाद भादों माह में हो रही रिमझिम बारिश से किसान खुश हैं। इस बारिश से किसानों को जहां धान की फसल में पानी नहीं लगाना पड़ेगा तो वहीं इस तरह की बारिश से धान की फसल का उत्पादन भी बढ़ जाएगा। इसके साथ ही तिलहनी और दलहनी फसलों की बुआई से पहले हो रही बारिश से खेतों में बेहतर नमी आ जाएगी, जिससे उन फसलों का भी उत्पादन बढ़ेगा और फसल सूखा रोग से प्रभावित नहीं होगी।

मौसम वैज्ञानिक का कहना

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि चक्रवात के सक्रिय होने से उत्तर प्रदेश ही नहीं मध्य प्रदेश और बिहार में भी बारिश का सिलसिला जारी है। गुरुवार की सुबह आठ बजे से शुक्रवार की दोपहर दो बजे तक का जो रिकार्ड आया है उसके अनुसार 120 मिमी बारिश हो चुकी है। बारिश का क्रम अभी भी बरकरार है और आगामी दो दिनों के बाद मौसम में बदलाव होने की संभावना है।

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