उप्र विस उपचुनाव : सात सीटों के लिए शुक्रवार से दाखिल होंगे नामांकन पत्र

लखनऊ(हि.स.)। उत्तर प्रदेश विधानसभा की सात सीटों के लिए शुक्रवार से नामांकन की प्रक्रिया प्रारम्भ हो जाएगी। नामांकन पत्रों का दाखिला 16 अक्टूबर तक होगा। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत पर्चे भरे जाएंगे। 

प्रदेश की सात रिक्त विधानसभा की सीटों में अमरोहा जिले की नौगवां सादात, बुलंदशहर, फिरोजाबाद जिले की टूण्डला सुरक्षित, उन्नाव जिले की बांगरमऊ, कानपुर नगर की घाटमपुर, देवरिया और जौनपुर जिले की मल्हनी सीट शामिल है। 
निर्वाचन आयोग ने नामांकन दाखिल करने के लिए जो गाइडलाइन जारी की है, उसके अनुसार पर्चा दाखिल करते वक्त पीठासीन अधिकारी के कक्ष में उम्मीदवार समेत केवल दो लोगों को ही जाने दिया जाएगा। इसके अलावा जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय तक पहुंचने के लिए हर उम्मीदवार केवल दो वाहन के साथ ही जा सकता है। 
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने 29 सितम्बर को प्रदेश की सात विधानसभा की सीटों के लिए उपचुनाव की घोषणा की थी। शुक्रवार को इन सीटों पर उपचुनाव की अधिसूचना के साथ नामांकन की प्रक्रिया शुरु होगी, जो 16 अक्टूबर तक जारी रहेगा। नामांकन पत्रों की जांच 17 अक्टूबर को होगी और पर्चा वापसी की अंतिम तिथि 19 अक्टूबर है। इन सीटों पर तीन नवम्बर को मतदान होंगे और नतीजे 10 नवम्बर को आएंगे। आयोग ने रामपुर के स्वार सीट के लिए अभी उपचुनाव की घोषणा नहीं की है। 
उप्र में जिन सात विधानसभा सीटों के लिए उप चुनाव की घोषणा हुई है, उनमें से पांच सीटों के विधायकों का निधन हो चुका है। उप चुनाव की ये हैं सीटें-
1- घाटमपुर –  कानपुर देहात की घाटमपुर सीट से 2017 में योगी सरकार की मंत्री कमलरानी वरूण निर्वाचित हुई थीं। उनके निधन से यह सीट खाली हुई है।
2- नौंगाव सादात – अमरोहा जिले की नौंगाव सादात सीट से 2017 के चुनाव में चेतन चैहान भाजपा से विधायक चुने गये थे। वह भी योगी सरकार में मंत्री थे। कोरोना से उनका निधन हो गया। ऐसे में यह सीट इस समय रिक्त है। 
 3- मल्हनी – जौनपुर जिले की इस सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के पारसनाथ यादव जीते थे। उनके निधन के कारण यह  सीट खाली हुई है। 4- बांगरमऊ – उन्नाव जिले की इस सीट से चुनाव जीते कुलदीप सिंह सेंगर रेप कांड में दोषी साबित हुए हैं। ऐसे में उनकी सदस्यता खत्म हो जाने से यह सीट खाली हुई है। 5- देवरिया – भाजपा विधायक जन्मेजय सिंह के निधन के कारण यह  सीट खाली हुई है।6- टूण्डला – फिरोजाबाद जिले की टूण्डला सीट से निर्वाचित विधायक एसपी सिंह बघेल बाद में भाजपा से सांसद बन गये। इसके बाद से यह  सीट खाली हो गई है। 7- बुलंदशहर – इस सीट से भाजपा के वीरेन्द्र सिंह सिरोही विधायक चुने गये थे। उनके निधन के कारण यह सीट खाली हुई है।
इसके अलावा रामपुर जिले की स्वार सीट पर भी उपचुनाव होना था लेकिन निर्वाचन आयोग ने वहां की घोषणा अभी नहीं की है। इस सीट से वरिष्ठ सपा नेता मो. आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम चुनाव जीते थे। लेकिन, कम उम्र साबित होने के कारण उनकी सदस्यता खत्म कर दी गई है। ऐसे में यह सीट भी इस समय रिक्त है।  

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