उप्र में पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द

पीएम व सीएम के अयोध्या आगमन को लेकर अलर्ट जारी

प्रादेशिक डेस्क

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण काल के दौरान एक बाद फिर पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं। बकरीद, रक्षा बंधन और पांच अगस्त को अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन के दृष्टिगत पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों का अवकाश रद करने का निर्देश दिया गया है। कहा गया है कि विशेष परिस्थितियों को छोड़कर अगले आदेश तक किसी का भी अवकाश स्वीकृत न किया जाए। प्रदेश में अलर्ट जारी करते हुए कहा गया है कि मिलीजुली आबादी और संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों के जरिए निगरानी रखी जाए।
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का बहुप्रतीक्षित समय आ पहुंचा है। राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियां अंतिम चरण में है। पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीराम मंदिर के लिए भूमि पूजन करने आ रहे हैं। यह तारीख काफी संवेदनशील भी है। पिछले साल इसी तारीख को कश्मीर से धारा 370 हटाई गई थी। इसलिए खुफिया एजेंसियां आतंकी वारदात को लेकर अलर्ट कर चुकी हैं। ऐसे में पीएम मोदी के अयोध्या प्रवास के मद्देनजर अभेद्य सुरक्षा प्रबंध किए जा रहे हैं। रामनगरी समेत पूरे प्रदेश में खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों की नजर है। कोई भी अप्रिय घटना न हो इसके लिए हर स्तर पर अभेद्य सुरक्षा का खाका खींचा जा रहा है।
बता दें कि पिछले दिनों डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने बकरीद और रक्षा बंधन के अवसर पर सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर कड़े निर्देश दिए हैं। डीजीपी ने लोगों से बकरीद की नमाज घर पर ही पढ़ने की अपील भी की गई है। सभी जिलों को जोन व सेक्टर में विभाजित करने तथा हर जोन व सेक्टर में मजिस्ट्रेट व समकक्ष पुलिस अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश भी दिए गए हैं। डीजीपी ने सभी एडीजी जोन व अन्य अधिकारियों से कहा है कि वे धर्म गुरुओं के जरिए लोगों को सामूहिक रूप से नमाज अदा न किये जाने के लिए प्रेरित करें। लोग घरों पर ही बकरीद की नमाज अदा करें। इसके साथ ही लोगों को शरीरिक दूरी का पालन करने के लिए भी लगातार जागरूक किया जाए। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने खासकर सोशल मीडिया पर सतर्क दृष्टि रखने के निर्देश दिए हैं। भ्रामक संदेश के जरिए माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने वालों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध त्वरित कार्रवाई करने के साथ ही गलत सूचनाओं का खंडन करने और संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की हिदायत भी दी गई है। डीजीपी ने थानावार सांप्रदायिक व शरारती तत्वों को सूचीबद्ध कर उनकी कड़ी निगरानी करने और आवश्यकता पड़ने पर निरोधात्मक कार्रवाई भी करने को कहा है। माहौल बिगाड़ने का प्रयास करने वालों पर उन्होंने कठोर विधिक कार्रवाई करने के साथ ही थानेदारों को हर छोटी सूचना को भी पूरी गंभीरता से लेने को कहा गया है। साथ ही पुराने विवादों का भी समय से निस्तारण कराने के निर्देश दिए गए हैं।

error: Content is protected !!