उप्र : कोरोना काल में टीकाकरण से वंचित रह गए सवा सात लाख नवजात-गर्भवती महिलाएं

-अब नवम्बर माह से विशेष अभियान चलाकर टीकाकरण कराएगी योगी सरकार

लखनऊ (हि.स.)। प्रदेश में कोरोना संक्रमण का असर टीकाकरण पर भी पड़ा है। लॉकडाउन के दौरान जहां सभी व्यवस्थाएं बाधित होने के कारण सरकारी अस्पतालों में टीकारण नहीं हो पाया, वहीं बाद में इसके शुरू होने के बावजूद बड़ी संख्या में बच्चे और गभर्वती महिलाएं इससे वंचित रह गए। अब ऐसे छूटे सवा सात लाख बच्चों और गर्भवती महिलाओं का नवम्बर माह से विशेष अभियान चलाकर टीकाकरण कराया जाएगा।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक प्रदेश में मार्च महीने से जब से कोरोना प्रारम्भ हुआ, तब से बहुत बच्चे टीकाकरण से छूट गए। इनकी जानकारी जुटाने के लिए 01 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक संचारी रोगों की रोकथाम के लिए चले दस्तक अभियान में आशा वर्कर और आंगनवाड़ी कार्यकात्रियां घर-घर पहुंची।
इस दौरान संचारी रोगों के प्रति जागरूक करने के साथ टीकाकरण से वंचित रह जाने वाले बच्चों की खोजबीन करते हुए उनका ब्योरा जुटाया गया। इसमें सामने आया कि इस वर्ष पैदा हुए करीब सवा तीन लाख बच्चे टीकाकरण से छूट गए हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश नवजातों को लेकर इतना बड़ा सघन कार्यक्रम चलाने वाला देश का अकेला राज्य है। अब नवम्बर माह से इन बच्चों के टीकाकरण के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह टीकाकरण सामान्य टीकाकरण से अलग चलेगा और इसके लिए सप्ताह का कोई दिन निर्धारित किया जाएगा। 
इसी तरह अभियान में ऐसी लगभग सवा चार लाख गर्भवती महिलाओं का पला चला, जो टिटनेस और डिप्थीरिया के टीके से वंचित रह गईं। इन्हें भी आगामी 09 नवम्बर से चलने वाले अभियान में शामिल किया जाएगा।
स्वास्थ्य महकमे के मुताबिक नवम्बर से तीन महीनों का प्रदेशव्यापी अभियान चलाकर टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा। इस तरह नवम्बर से लेकर जनवरी तक सभी बच्चों का टीकाकरण कर लिया जाएगा। इस दौरान सामान्य टीकाकरण से लेकर जरूरत के मुताबिक बूस्टर डोज दी जाएगी।

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