आगरा: किसानों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंप मांगी इच्छा मृत्यु

आगरा (हि.स.)। ड्रीम प्रोजेक्ट इनर रिंग रोड औऱ लैंड पार्सल के लिए अधिग्रहित भूमि के मुआवजा में करोड़ों रुपये का घोटाला करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही न करने से नाराज किसान सोमवार दोपहर को कमिश्नरी पहुंचे। मंडलायुक्त की अनुपस्थिति में एसीएम विनोद कुमार को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और किसानों ने ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग की। 

किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने बताया कि ड्रीम प्रोजेक्ट इनर रिंग रोड औऱ लैंड पार्सल के लिए किसानों की उपजाऊ जमीन का अधिग्रहण किया गया, जिसके मुआवजा में अधिकारियों की शह पर करोड़ों रुपए के घोटाले को अंजाम दिया गया। प्रशासनिक अधिकारियों ने अपने चहेतों को कौड़ियों की जमींन का करोड़ों रुपए का मुआवजा दिया, जबकि करोड़ों रुपए की जमीन के मालिक किसानों को कौड़ियों के भाव मुआवजा दिया गया। 
 बताया कि नाराज किसानों ने शासन से इसकी शिकायत की थी। शासन के निर्देश पर शुरू हुई इस घोटाले की जाँच में कई अधिकारी व कर्मचारियों के नाम सामने आए हैं। इस बात को चार वर्ष बीत गए है, लेकिन उनके खिलाफ कार्यवाही के बजाय जाँच रिपोर्ट को ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया है। अगर शासन प्रशासन किसानों को न्याय नहीं दे सकता है, तो राष्ट्रपति हमें इच्छा मृत्यु की अनुमति दें।
 किसान नेता सोमबीर यादव ने कहा है कि भूमि अधिग्रहण में किसानों के साथ दोहरी नीति अपनाई गई। अधिकारियों ने अपने चहेतों को भारी मात्रा में लाभ पहुंचाने का काम किया। औऱ किसानों को गुमराह कर चौपट कर दिया। जिसे हम किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। जब तक जिस्म में जान रहेगी तब तक लगातार किसानों की लड़ाई लड़ते रहेंगे। 
 कहा कि अब महामहिम राष्ट्रपति किसानों को इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान करें या फिर इस भूमि अधिग्रहण घोटाले में सलिप्त लोगों के खिलाफ विधिसंगत कार्यवाही कराते हुए देश के अन्नदाताओं को न्याय दिलाया जाय।
 इस दौरान शिवप्रसाद शुक्ला, मुकेश पाठक, सावित्री चाहर, रामवीर चौधरी, विनोद शुक्ला, रविन्द्र सिंह, बिशम्बरसिंह फौजदार, सौरभ चौधरी किसान उपस्थित रहे।
 

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