अयोध्या : रामलला के अचल मूर्ति के निर्माण के लिए आए पत्थरों पर हुआ मंथन
– बैठक में नहीं बन सकी आपसी सहमति, ट्रस्ट पदाधिकारी रहे उपस्थित
अयोध्या (हि. स )। श्री राम जन्मभूमि मन्दिर निर्माण कार्य लगभग 70 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। मंदिर के गर्भगृह में सभी स्तंभ खड़े किए जा चुके हैं। बहुत जल्द मन्दिर के छत का काम शुरू होगा। मन्दिर के गर्भगृह में अचल मूर्ति के निर्माण के लिए आए पत्थरों पर मंथन जारी है।
भगवान रामलला की अचल मूर्ति के निर्माण के लिए आए पत्थरों को लेकर शनिवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी और मूर्ति कला के विशेषज्ञ नामचीन मूर्तिकारों और चित्रकारों के साथ बैठक हुई। बैठक में अब तक अयोध्या आए पत्थरों पर राम लला के अचल मूर्ति को लेकर डिस्कशन हुआ। अभी तक आए किसी भी पत्थरों पर आपसी सहमति नहीं बन सकी है।
बैठक के बाद ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी ने बताया कि रामलला के अचल विग्रह निर्माण के लिए पत्थरों पर मंथन का दौर जारी है। कर्नाटक से आये पत्थरों में स्काई ब्लू दिख रहा है। मूर्ति विशेषज्ञों को डर है कि आगे चलकर पत्थर पूरा काला हो सकता है। मार्बल में भी स्काई ब्लू के पत्थर हैं। अभी एक माह का समय शेष है। एक माह के अंदर आए पत्थरों पर विचार किया जाएगा। इसके बाद आए पत्थरों पर मूर्ति के निर्माण के लिए विचार नहीं किया जाएगा। अभी उड़ीसा से भी पत्थर आना बाकी है। अब तक कुल 11 पत्थर राम नगरी पहुंचे हैं। पत्थरों पर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने मूर्ति कला के विशेषज्ञों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया। पत्थरों की गुणवत्ता और आयु को लेकर जानकारी ली।
भगवान राम लला के अचल मूर्ति के निर्माण के लिए आयोजित बैठक में ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ,कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी, महंत दिनेन्द्र दास, ख्याति नाम मूर्तिकार विश्वनाथ कामद, सुदर्शन साहू, विष्णु शर्मा, सत्यनारायण पांडेय उपस्थित रहे।
राममंदिर का 70 प्रतिशत से ज्यादा निर्माण पूरा
रामलला के दर्शन यानी गर्भगृह तक पहुंचने के लिए 32 सीढ़ियां बननी हैं। इनमें से 24 बन चुकी हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक मंदिर अब आकार लेने लगा है। भूतल का 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इन तस्वीरों को ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जारी किया है। राम मंदिर के गर्भगृह के एक हिस्से में चौखट और 20 फीट ऊंची दीवारें आकार लेती दिख रही हैं। ये मकराना के सफेद संगमरमर से बनाई जा रही हैं। इनके अलावा तस्वीरों में सिंहद्वार, गर्भगृह की दीवारें और पिलर निर्माण भी नजर आ रहा है।
ट्रस्ट सूत्रों ने बताया कि ‘मंदिर निर्माण का काम तय समय से आगे बढ़ रहा है। जल्द ही गर्भगृह की बीम डालने का काम शुरू हो जाएगा। राम मंदिर की छत के लगभग 200 बीम की नक्काशी का काम हो चुका है। बीम की तराशी रामसेवक पुरम और रामघाट स्थित कार्यशाला में हो रही है। जो पत्थर तराशे जा चुके हैं, उन्हें राम जन्मभूमि परिसर में पहुंचाया जा रहा है।
पवन पाण्डेय/दिलीप