Gonda News:500 की क्षमता वाले मण्डल कारागार में 1100 कैदी निरुद्ध
सजायाफ्ता कैदियों के हवाले है जेल की आधी व्यवस्था
विकास सोनी
गोण्डा। मण्डल मुख्यालय का आदर्श कारागार इन दिनों कैदियों से कराह रहा है। वर्तमान में क्षमता से लगभग दो गुना ज्यादा कैदी होने के कारण कारागार प्रशासन को व्यवस्था बनाए रखने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ रही है।
जानकार बताते हैं कि जिला कारागार में करीब 500 बंदियों के रखने की क्षमता है। इसके विपरीत वर्तमान में 1100 से अधिक बंदी यहां निरूद्ध हैं। क्षमता से दोगुने से भी अधिक बंदियों की संख्या होने के कारण जेल उनके बोझ से कराह रही है। इसके चलते अनेक तरह की अव्यवस्थाओं से कारागार प्रशासन को जूझना पड़ रहा है। जेल प्रशासन के पास मानव क्षमता काफी कम होना बड़ी दुश्वारियां पैदा कर रहा है। 18वीं सदी में बने गोण्डा कारागार में करीब 500 बंदियों को एक साथ रखने की क्षमता है, लेकिन मौजूदा समय में 1100 से अधिक बंदी निरुद्ध है, जिनमें महिला बंदी भी शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, मौजूदा समय में विभिन्न मामलों में दोष सिद्ध 231 कैदी हैं, जबकि 700 विचाराधीन के साथ ही एनएसए तथा अन्य मामलों में सजा काट रहे कैदी शामिल हैं। बताया जाता है कि इन कैदियों की निगरानी के लिए बंदी रक्षक के 194 पद स्वीकृत हैं, जिसके सापेक्ष केवल 130 की ही तैनाती है। 64 पद रिक्त हैं। सबसे खास बात तो यह है कि न्यायालय द्वारा सजा याफ्ता कैदियों से कार्यालय का काम लिया जा रहा है। कोई बाबू गीरी कर रहा है, तो कोई लेखाकार बना है। साथी बंदियों को पढ़ाने का काम भी बंदी साथी गुरु जी बनकर निभा रहे हैं। जिला कारागार में कोई भी परामर्शदाता नहीं है। उप जेलर के स्वीकृत छह पदो ंके सापेक्ष केवल तीन की तैनाती है। लेखाकार का पद भी रिक्त है। दो फार्मासिस्ट की जगह एक की तैनाती है। कनिष्ठ सहायक व उर्दू अनुवादक के पद भी रिक्त हैं। कारागार में अध्यापक की भी तैनाती नहीं है।
जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह का कहना है कि कोविड-19 कोरोना महामारी के चलते जेल में कैदियों की मुलाकात पूरी तरह बंद है। बीच में ऑनलाइन मुलाकात की व्यवस्था शासन के निर्देश पर शुरू की थी, लेकिन उसमें तमाम तरह की अड़चन थी, जिससे वह भी बंद है। कर्मचारियों की कमी के बारे में उन्होंने बताया कि कुछ शिक्षित सजायाफ्ता कैदियों से कार्यालय में सहयोग लिया जाता है। उनका कहना है कि बंदी रक्षकों की कमी के कारण कभी-कभी ज्यादा दिक्कतें होती हैं। इन सबके बावजूद जेल में कोई दिक्कत न हो, इसका पूरा प्रयास रहता है। जेल में कैदियों की संख्या क्षमता से अधिक होने के सवाल पर जेल अधीक्षक ने कहा कि दिक्कतें बहुत आती है। पिछले करीब साल भर से बंद कैदियों तथा उनके परिजनों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कैदी के परिजन जब मुलाकात के लिए आते हैं, तो उनका सामान जमा कर लिया जाता है जिससे बाद में कैदी तक पहुंचा दिया जाता है।
यह भी पढ़ें : पोलिंग पार्टियों के लिए मार्टिन की व्यवस्था करा रहा जिला प्रशासन
हमारी अन्य खबरों को पढ़ने के लिए www.hindustandailynews.com पर क्लिक करें।
आवश्यकता है संवाददाताओं की
तेजी से उभरते न्यूज पोर्टल www.hindustandailynews.com को गोण्डा जिले के सभी विकास खण्डों व समाचार की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों तथा देवीपाटन, अयोध्या, बस्ती तथा लखनऊ मण्डलों के अन्तर्गत आने वाले जनपद मुख्यालयों पर युवा व उत्साही संवाददाताओं की आवश्यकता है। मोबाइल अथवा कम्प्यूटर पर हिन्दी टाइपिंग का ज्ञान होना आवश्यक है। इच्छुक युवक युवतियां अपना बायोडाटा निम्न पते पर भेजें : jsdwivedi68@gmail.com
जानकी शरण द्विवेदी
सम्पादक
मोबाइल – 9452137310
कलमकारों से ..
तेजी से उभरते न्यूज पोर्टल www.hindustandailynews.com पर प्रकाशन के इच्छुक कविता, कहानियां, महिला जगत, युवा कोना, सम सामयिक विषयों, राजनीति, धर्म-कर्म, साहित्य एवं संस्कृति, मनोरंजन, स्वास्थ्य, विज्ञान एवं तकनीक इत्यादि विषयों पर लेखन करने वाले महानुभाव अपनी मौलिक रचनाएं एक पासपोर्ट आकार के छाया चित्र के साथ मंगल फाण्ट में टाइप करके हमें प्रकाशनार्थ प्रेषित कर सकते हैं। हम उन्हें स्थान देने का पूरा प्रयास करेंगे :
जानकी शरण द्विवेदी
सम्पादक
E-Mail : jsdwivedi68@gmail.com