सावन यानी शिव को रिझाने का समय

आर.के. सिन्हा सावन का पहला सोमवार बीती 10 जुलाई को पूरी आस्था के साथ मनाया गया। देशभर के शिवालयों में सुबह चार बजे से बारह बजे रात्रि तक तमाम भक्त … Read More

महाराष्ट्र की राजनीति में ‘चाणक्य’ की पराजय

मुकुंद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार ने अपने समर्थक विधायकों के साथ महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल होकर सबको चौंका दिया। अजित ने उप मुख्यमंत्री पद की … Read More

राज बब्बर : नायक और खलनायक का संतुलित राज

अजय कुमार शर्मा आगरा में 23 जून को एक सामान्य पंजाबी परिवार में जन्मे राज बब्बर ने सन 1975 में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से अभिनय का डिप्लोमा प्राप्त किया। वे … Read More

डॉक्टर्स के ब्रेन डेन को नजरअंदाज मत करिए

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा देश से डॉक्टर्स का ब्रेन ड्रेन यानी प्रतिभा पलायन इस मायने में महत्वपूर्ण और गंभीर हो जाता है कि देश में चिकित्सकों की आज भी बेहद … Read More

अब दोहरे मोर्चे पर उलझे पुतिन

डॉ. प्रभात ओझा रूस में सैन्य विद्रोह हो गया। यह तथ्य अर्द्धसत्य हो सकता है। इसलिए कि विद्रोही ‘वैगनर’ लड़ाके रूस के पूर्णरूपेण सैनिक नहीं हैं। ‘वैगनर’ प्राइवेट आर्मी है। … Read More

यदि राजनेता भी “न” कहने की आदत डाल लें!

के. विक्रम राव रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उपरोक्त कथन में इतिहास समाहित है। इसी के दायरे में निषेध (अस्वीकृति) भी निहित है। मगर अफसर की भांति महिला की जीभ … Read More

 करवट लेता भारतीय सिनेमा

मृत्युंजय दीक्षित राजा हरिश्चंद्र से आज तक भारतीय सिनेमा ने न केवल तकनीकी विकास वरन कला और वैचारिक प्रधानता के भी कई दौर देखे हैं ।आज की पीढ़ी को एंग्री … Read More

 बृजभूषण के बहाने केंद्र को घेरने का चक्रव्यूह हुआ व्यर्थ, अब क्या करेगा विपक्ष ?

डॉ. मयंक चतुर्वेदी एक खबर आई और देखते ही देखते सब कुछ बदल गया। हमलावर विपक्ष के हाथ से रेत की तरह मुद्दा फिसल गया। भाजपा के विरोधियों ने केंद्र … Read More

बढ़ती तकनीक और भीषण होते रेल हादसे!

ऋतुपर्ण दवेबेशक बालासोर रेल दुर्घटना देश क्या दुनिया के भीषणतम हादसों में एक है। याद भी नहीं कि देश में कभी एक साथ तीन रेलें इस तरह टकराई हों, जिसमें … Read More

 पर्यावरण ही जीवन का स्रोत है

गिरीश्वर मिश्र हमारा पर्यावरण पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश इन पंच महाभूतों या तत्वों से निर्मित है। आरम्भ में मनुष्य इनके प्रचंड प्रभाव को देख चकित थे। ऐसे में … Read More

पर्यावरण संरक्षण से ही होगी पृथ्वी की सुरक्षा

विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष रमेश सर्राफ धमोरा हमारी धरती, जनजीवन को सुरक्षित रखने के लिए पर्यावरण का सुरक्षित रहना बहुत जरूरी है। पूरी दुनिया आधुनिकता की ओर बढ़ रही … Read More

सस्ता और सुलभ साधन है साइकिल

रमेश सर्राफ धमोरा तीन जून 2018 को पहली बार विश्व साइकिल दिवस मनाया गया था। तब से दुनिया में प्रतिवर्ष साइकिल दिवस मनाया जाता है। इस बार हम छठवां विश्व … Read More

 अंतरिक्ष युद्ध की आहट और रणनीतिक सकपकाहट

कमलेश पांडेय युद्ध पाशविक प्रवृत्ति है। मनुष्य ने पशुओं के संसर्ग में आकर यह प्रवृत्ति सीखी है। हालांकि पशु तो महज भोजन के लिए एक-दूसरे पर आक्रमण करते हैं, लेकिन … Read More

विपक्षी एकता के बनते-बिगड़ते समीकरण

डॉ. अनिल कुमार निगम वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में चंद महीने ही शेष हैं। केंद्र में वर्ष 2014 से एनडीए की सरकार विराजमान है। आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा … Read More

ऑनलाइन गेम का मकड़जाल

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा ऑनलाइन गेम के प्रति बढ़ती दुनिया की दीवानगी चिंतनीय है। आज ऑनलाइन गेमिंग की ग्रोथ रेट यानी कि इसके प्रति लोगों का रुझान 12 प्रतिशत सालाना … Read More

टैगोर लाइब्रेरी में सुखद सुधार!

तब जलाया गया, अब विकास पर के. विक्रम राव अमूमन छात्रों द्वारा हंगामा बरपाना तथा तोड़फोड़ करना उनके विरोध-चिंतन को व्यक्त करने का माध्यम रहा है। ऐसे अग्निपथ पर विश्वविद्यालय … Read More

ताबूत बने मिग 21 लड़ाकू विमान !

रमेश सर्राफ धमोरा भारतीय वायुसेना ने अपने लड़ाकू विमान मिग-21 के पूरे बेड़े की उड़ान पर अस्थाई तौर पर रोक लगा दी है। लगातार हो रहे हादसों को देखते हुए … Read More

 आम के बहाने पसमांदा मुसलमानों के साथ योगी

आर.के. सिन्हा मिर्जा गालिब मीठे आम के लिए जान देते थे। वे अपने दोस्तों-यारों के साथ आम खाना पसंद करते थे। उनकी आम की पार्टियां मशहूर हैं I वे वर्ष … Read More

 (बॉलीवुड के अनकहे किस्से) एक विशिष्ट खलनायक अमरीश पुरी

अजय कुमार शर्मा अमरीश पुरी को हिंदी सिनेमा का एक विशिष्ट खलनायक कहा जा सकता है। विशिष्ट इस मायने में कि वे एकरेखीय खलनायक नहीं थे बल्कि ऐसे व्यक्ति थे … Read More

 ज्ञान केवल सूचना नहीं होता

हृदयनारायण दीक्षित भाषा मानव जीवन की सर्वोत्तम उपलब्धि है। दुनिया के सभी समाजों के गठन में भाषा ही संवाद का माध्यम होती है। भाषा के प्रयोग का उद्देश्य संवाद होता … Read More

पत्नी ही कुलनाम क्यों बदले?

के. विक्रम राव आदिवासी इलाका मेघालय तथा अत्याधुनिक अमेरिका में एक नए समान प्रचलन ने हलचल मचा दी है। स्वागतयोग्य है। अब संतान को मां के कुलनाम से जाना जाएगा। … Read More

अटल थे नेहरू के यशोगायक!

के. विक्रम राव आज तक यह विवाद मिटा नहीं कि भारत में विपक्ष के कई नेता कांग्रेस पार्टी से नूरा कुश्ती लड़ते रहते थे। खास कर कम्युनिस्ट। मगर डॉ राममनोहर … Read More

हारिये न हिम्मत, बिसारिये न राम!

के. विक्रम राव जब निराशा, हताशा, विषाद, मायूसी, उदासी, व्यथा घेर ले तो मन को खिन्न न होने दें। इतिहास, पुराण के कुछ पुराने पृष्ठों को याद कर लें। यही … Read More

अयोध्या मस्जिद निर्माण में हिन्दू जन भी मदद करें!

के. विक्रम राव उदारमना हिंदुओं का कर्तव्य है कि धन्नीपुर मस्जिद (अयोध्या) के लिए तुरंत मदद करें। दरियादिली से दान दें। दानशील कभी भी निर्धन नहीं होता है, कहा था, … Read More

 सोचना होगा बिन भूजल, कैसा होगा कल

कुलभूषण उपमन्यु हाल ही में दक्षिण अफ्रीका की राजधानी केपटाउन को जलविहीन घोषित किया गया है। प्रकृति का यह बदला रूप सारी दुनिया के लिए भयावह संदेश है। जलवायु परिवर्तन … Read More

 आखिर क्यों बरकरार रहा उप्र निकाय चुनाव में योगी मैजिक

आर.के. सिन्हा आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले हरेक विधनासभा और नगर निगम चुनाव पर सारे देश की निगाहें रहने वाली हैं। इस परिप्रेक्ष्य में कर्नाटक विधानसभा और उत्तर … Read More

 सृष्टि का आधार है परिवार, इसे बिखरने न दें

सियाराम पांडेय ‘शांत’ पूरी दुनिया 15 मई को विश्व परिवार दिवस मनाएगी। संयुक्त राष्ट्र संघ की पहल पर यह सहमति बनी थी कि साल में एक दिन विश्व परिवार दिवस … Read More

 एग्जिट पोल की विश्वसनीयता पर उठते रहे हैं सवाल

– योगेश कुमार गोयल कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतदान प्रक्रिया के समापन के साथ ही तमाम सर्वे एजेंसियों द्वारा अपने-अपने एग्जिट पोल्स का प्रसारण कर दिया गया। अधिकांश एग्जिट पोल … Read More

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