Balrampur News : बड़े तटबंधों की ड्रोन से निगरानी करवा रही सरकार

तटबंध निरीक्षण के उपरान्त जल संसाधन मंत्री ने कहा

संवाददाता

बलरामपुर। सूबे के बड़े तटबंधों की निगरानी ड्रोन से कराई जा रही है। अधिकारियों से कहा गया है कि वे बाढ़ के दौरान तटबंधों पर कैम्प करें। लॉकडाउन के बावजूद सरकार ने जो कटान रोधी कार्य चार माह में करने थे, उसे दो माह में पूरा कर दिखाया है। इस वर्ष नहरों की सिल्ट सफाई हुई, अगले वर्ष पहाड़ी नालों की सिल्ट साफ कराकर बाढ़ की विभीषिका को कम किया जाएगा। यह बातें जलशक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ने कही। वह मंगलवार को जिले में बेलहा-चरनगहिया तटबंध पर चल रहे कटान रोधी कार्यां का जायजा लेने पहुंचे थे। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण कर जिले में चल रहे बाढ़ एवं कटान रोधी कार्यों का हाल-चाल जाना।
राप्ती नदी के बाएं बेलहा गांव से चरनगहिया तक तटबंध जर्जर हो चुका था। कटान करती हुई नदी बेलहा गांव की ओर बढ़ रही है। बेलहा गांव व राप्ती नदी के बीच केवल पक्की सड़क का फासला बचा है। पिछले साल कटान रोकने व तटबंध को दुरुस्त करने के नाम पर पैसा नहीं मिला था। इस बार सदर विधायक पल्टूराम की मेहनत रंग लाई। बेलहा-चरनगहिया तटबंध की मरम्मत व बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य के लिए छह करोड़ दो लाख 86 हजार रुपए की परियोजना स्वीकृत की गई है। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक परियोजना शुरू कराने के लिए 18 मई 2020 को टेंडर पास हुआ है। दावा है कि लॉकडाउन के बावजूद लगभग 500 मीटर तटबंध दुरुस्त करा लिया गया है। 330 मीटर लम्बाई मे ईसी बैग व जीओ ट्यूब लगाया गया है। बैग के ऊपर तीन लाइन में परक्यूपाइन की पिचिंग कराई गई है। बंधे की सुरक्षा के लिए स्लोप पर बैग की पिचिंग कराई गई है। कुल 60 प्रतिशत परियोजना पूरी हो चुकी है।

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