धर्म से विमुख लोगों को सनातन धर्म में लाना उद्देश्य : महामण्डलेश्वर

किन्नर अखाड़ा की महामण्डलेश्वर ने माघ मेला में किया भूमि पूजन
प्रयागराज (हि.स.)। सनातन धर्म को मजबूत करते हुए धर्म से विमुख हो चुके लोगों को फिर से सनातन धर्म में लाना है। आज इसाई और इस्लाम धर्मों के निशाने पर सनातन धर्म के गरीब और कमजोर वर्ग के लोग हैं, लेकिन हमारे यहां के सनातन धर्म के जो प्रमुख लोग हैं वह इस मामले को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। इससे सनातन धर्म को भारी क्षति हो रही है।
 ये विचार किन्नर अखाड़ा प्रयागराज की महामण्डलेश्वर स्वामी कौशल्या नंद गिरि ने रविवार को माघ मेला के ओल्ड जीटी रोड और संगम लोवर स्थित चौराहे पर शिविर के भूमि पूजन के दौरान व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश बदल रहा है। लोग चांद पर जा रहे हैं लेकिन अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि की किन्नरों के प्रति सोच बदलनी चाहिए। उनको आगे बढ़कर किन्नरों की मदद करते हुए समस्याओं का निस्तारण करना चाहिए, क्योंकि वह सनातन धर्म के सबसे बड़े पदाधिकारी है। कहा कि मुगलों ने सनातन धर्म के बच्चों को सबसे ज्यादा किन्नर बनाकर उनका धर्म बदला था, लेकिन आज जब किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी इस्लाम धर्म से वापस सनातन धर्म में बच्चों को वापस ला रहे हैं और उनको सभी प्रकार से मजबूत कर रहे है तो यह काम अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष को अच्छा नहीं लग रहा है। 

किन्नर अखाड़ा प्रयागराज की महामण्डलेश्वर ने कहा कि शिविर में मकर संक्रांति से लेकर माघी पूर्णिमा तक कथा, प्रवचन, यज्ञ, सांस्कृतिक कार्यक्रम, जागरूकता कार्यक्रम और अन्य कार्यक्रम होंगे। इस दौरान उन्होंने महंत राघवदास त्यागी बड़े भक्तमाल त्यागी अखाड़ा का स्वागत किया। 

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