ट्रेनों में जल्द लगेंगे 83 सीटों वाले अत्याधुनिक एलएचबी एसी थ्री कोच, परीक्षण का कार्य पूरा

लखनऊ, 26 मार्च (हि.स.)। अनुसंधान अभिकल्प और मानक संगठन (आरडीएसओ) ने 83 सीटों वाले पहले लिंके हॉफमैन बुश (एलएचबी) एसी थ्री-टियर कोच के परीक्षण का कार्य पूरा कर लिया है। यह कोच निर्धारित मानकों पर खरा उतरा है। जल्द ही इस अत्याधुनिक कोच को ट्रेनों में लगाया जाएगा। 
अनुसंधान अभिकल्प और मानक संगठन लखनऊ के परीक्षण में खरा उतरने के बाद अब 83 सीटों वाले पहले एलएचबी एसी थ्री कोच को ट्रेनों में लगाने की तैयारी चल रही है। रेल मंत्रालय ने इस कोच को मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में लगाने की मंजूरी दे दी है। हालांकि ये कोच राजधानी, शताब्दी, दुरंतो और जन शताब्दी एक्सप्रेस जैसी स्पेशल ट्रेनों में नहीं लगाए जाएंगे।
रेलवे कोच फैक्ट्री (आरसीएफ) कपूरथला ने हाल ही में पहले एलएचबी एसी थ्री-टियर क्लास कोच की शुरुआत की है। इसके परीक्षण के बाद अब परिचालन का कार्य भी सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। यह एलएचबी एसी थ्री-टियर कोच अब तक का सबसे आधुनिक कोच है। 
एसी थ्री-टियर कोच में यात्रियों को मिलेगी आरामदायक सुविधा 
ट्रेनों में 83 सीटों वाले एलएचबी एसी थ्री-टियर कोच के लगने से यात्रियों को कम किराए में आरामदायक सुविधा मिलेगी। अभी तक ट्रेनों में 72 सीटों वाले कोच लगते हैं। इसमें सीटें कम रहती हैं। 
व्हील चेयर सहित कोच में जा सकेंगे दिव्यांग 
इस अत्याधुनिक कोच में दिव्यांगजनों की सुविधा का विशेष ख्याल रखा गया है। दिव्यांगजनों के लिए व्हील चेयर का उपयोग करने के लिए एक सक्षम एंट्री गेट है। इसमें दिव्यांगजनों के अनुकूल शौचालयों की व्यवस्था है। इसके अलावा कोच में सुगम्य भारत अभियान मानदंडों का भी अनुपालन किया गया है।
मोबाइल चार्जिंग और रीडिंग लाइट की विशेष व्यवस्था
 83 सीटों वाले एलएचबी एसी थ्री-टियर कोच की सभी बर्थ के लिए एसी डक्टिंग में अलग-अलग जालीदार द्वार (वेंट) की सुविधा भी दी गई है। आरामदायक, कम वजन और बेहतर रखरखाव के लिए सीट और बर्थ के माड्यूलर डिजाइन किए गए हैं। रेलवे की ओर से तैयार किए गए नए कोच में हर बर्थ के लिए अलग-अलग रीडिंग लाइट और मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट की व्यवस्था भी की गई है। इसके अलावा मध्य और ऊपरी बर्थ तक पहुंचने के लिए सीढ़ी का सुविधाजनक और बेहतर डिजाइन भी इस आधुनिक कोच में किया गया है। मध्य और ऊपरी बर्थ की ऊंचाई में वृद्धि कर अतिरिक्त जगह कोच में बनाई गई है।
यात्रियों के खाने-पीने की विशेष व्यवस्था 
इस अत्याधुनिक कोच में यात्रियों के खाने-पीने के दौरान स्नेक टेबल की जरूरतों का विशेष ध्यान रखा गया है। नए कोच में लंबवत और अनुप्रस्थ दिशा में मुड़ने वाली स्नेक टेबलों से यात्री सुविधा में वृद्धि की गई है। इस कोच में यात्रियों  को चोट लगने की संभावना कम है। पानी की बोतल, मोबाइल फोन और पत्रिका आदि रखने के लिए होल्डर की व्यवस्था की गई है। 
अत्याधुनिक कोच में अंतरराष्ट्रीय अग्नि सुरक्षा मानकों का उपयोग 
इस अत्याधुनिक एसी थ्री-टियर कोच में यात्रियों की सुविधा के लिए आरामदायक और शानदार एंट्री गेट बनाया गया। गैलरी में लाइट मार्कर लगाए गए हैं। बर्थ संकेतों को नाइट लाइट से जोड़ा गया है। इसके अलावा कोच में अंतरराष्ट्रीय अग्नि सुरक्षा मानकों का उपयोग किया गया है।
रेल कोच फैक्टरी (आरसीएफ) के जनसंपर्क अधिकारी जितेश कुमार ने शुक्रवार को बताया कि इस महीने के आखिरी तक कपूरथला रेल कोच फैक्ट्री में 83 सीटों वाले 18 अत्याधुनिक कोच तैयार कर दिए जाएंगे। रेल मंत्रालय ने 83 सीटों वाले एलएचबी एसी थ्री-टियर कोच को ट्रेनों में लगाने की मंजूरी दे दी है। आरडीएसओ ने इसका परीक्षण भी कर लिया है। जल्द ही ये अत्याधुनिक कोच ट्रेनों में लगाए जाएंगे। 
उन्होंने बताया कि अगले साल 82 और अत्याधुनिक कोच तैयार करके रेलवे को सौंपे जाने हैं। इन अत्याधुनिक कोंचों को ट्रेनों में लगाकर यात्रियों को कम किराए में आरामदायक सफर की सुविधा दी

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