गोरखपुर : दारोगा जी बीमारी के नाम पर छुट्टी लेकर चले गए पत्‍नी को प्रधानी का चुनाव लड़ाने

गोरखपुर में कोतवाली थाने पर तैनात दरोगा बिहारी यादव ने खुद को बीमार बताकर अपनी पत्नी को प्रधानी चुनाव लड़ा रहा था। मामला खुलने के बाद एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने बिहारी यादव को सस्पेंड कर दिया है और विभागीय जांच भी शुरू करा दी है।

एसएसपी कैम्प कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक कोतवाली थाने में तैनात दरोगा बिहारी यादव तीन अप्रैल तीन दिन की छुट्टी पर अपने गांव गए। छह अप्रैल को उन्हें ड्यूटी पर लौटना था। छह अप्रैल को ड्यूटी पर न लौटकर दारोगा ने मोबाइल के जरिये बीमार होने की सूचना दे दी। लम्बे समय तक अनुपस्थित रहने पर किसी ने दरोगा की शिकायत कर दी।

बताया कि दरोगा बीमार नहीं है वह अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाने के लिए झूठ बोल रहे हैं। एसएसपी ने जांच कराई तो बात सही निकली पता चला कि दरोगा ने झूठ बोलकर सबको गुमराह किया। यही नहीं चुनाव में उसने अपनी पत्नी का न सिर्फ प्रचार प्रसार बल्कि मतदान भी किया।

उत्‍तर प्रदेश के गोरखपुर में पहले चरण में 15 अप्रैल को मतदान हुआ। यहां 4647 बूथों पर 29,78,569 मतदाता थे। गुलरिहा क्षेत्र के नरायनपुर के पूर्व प्रधान और बीजेपी के सेक्टर प्रभारी बृजेश सिंह को बाइक सवार बदमाशों ने गांव में शुक्रवार की रात गोली मार दी, घटना के वक्त वह अपने शहर वाले मकान पर लौट रहे थे। बृजेश सिंह इस बार पंचायत चुनाव में प्रधान पद के दावेदार थे। घटना के समय वह अगले दिन पर्चा दाखिला की तैयारी कर रहे थे।

वहीं खजनी क्षेत्र के मिश्रौलिया गांव में चुनावी रंजिश में प्रचार पर निकले पूर्व प्रधान व प्रधान प्रत्याशी राघवेन्द्र दुबे उर्फ गिलगिल को बदमाशों ने गोली मार दी। गोली उनके पेट में लगी। गंभीर हालत में उन्‍हें जिला अस्‍पताल ले जाया गया जहां से डॉक्‍टरों ने उन्‍हें मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया।

error: Content is protected !!