कांग्रेस नहीं चाहती कि किसान की समस्या का हो समाधानः जावड़ेकर

नई दिल्ली (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल और उनकी पार्टी नहीं चाहती कि किसान की समस्या का समाधान हो। इसलिए कांग्रेस विरोध-अवरोध की नीतियां अपनाती है।

जावड़ेकर ने भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज ‘खेती का खून’ नाम से एक किताब का प्रकाशन किया। कांग्रेस को खून शब्द से बहुत प्यार है, खून की दलाली जैसे शब्दों का उन्होंने बहुत बार उपयोग किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी खेती का खून कह रहे हैं लेकिन विभाजन के समय जो लाखों लोग मरे क्या वो खून का खेल नहीं था, 1984 में दिल्ली में 3 हजार सिखों को जिंदा जलाया गया, क्या वो खून का खेल नहीं था।

भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चार-पांच परिवार आज देश पर हावी हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता को पता होना चाहिए कि अब देश में राज किसी परिवार का नहीं है, 125 करोड़ जनता का देश पर राज है, ये फर्क अब हुआ है। उन्होंने कहा कि 50 साल कांग्रेस ने सरकार चलाई तो सिर्फ एक ही परिवार की सरकार चली, एक ही परिवार सत्ता में रहा।

जावड़ेकर ने कहा कि भाजपा देश की सबसे प्रमुख पार्टी है, उसके अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष से सवाल पूछे तो राहुल गांधी भाग गए। उन्होंने कहा कि अगर प्रश्नों का उत्तर नहीं पता तो राहुल गांधी को अपनी असफलता कबूल करनी चाहिए।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नहीं चाहती की किसान की समस्या का समाधान हो। सरकार और किसान की वार्ता सफल हो, ये कांग्रेस नहीं चाहती। इसलिए कांग्रेस विरोध-अवरोध की नीतियां अपनाती है।

इससे पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस नेता से कई सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, उनका वंश और कांग्रेस पार्टी के नेता चीन पर झूठ बोलना कब बंद करेंगे? क्या वह इस बात से इनकार कर सकते हैं कि हजारों किलोमीटर भूमि, यहां तक कि अरुणाचल प्रदेश की जिस भूमि का वे जिक्र कर रहे हैं, वह किसी और ने नहीं, बल्कि खुद पंडित नेहरू ने चीन को तोहफे में दी थी?

भाजपा अध्यक्ष ने राहुल गांधी से सवाल किया कि कांग्रेस बार-बार चीन के सामने आत्मसमर्पण क्यों कर देती है? क्या राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी के चीन और उनकी कम्युनिस्ट पार्टी से हुए एमओयू को खारिज करने का इरादा रखते हैं?

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